जयपुर:राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट का आयोजन राजस्थान के विकास को नई दिशा देने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समिट का उद्घाटन किया, और इसमें देश-विदेश से आए निवेशकों और उद्योगपतियों की भागीदारी ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। समिट ने न केवल राजस्थान की संभावनाओं को उजागर किया, बल्कि इसके विकास में योगदान देने के इच्छुक लोगों की सहभागिता भी सुनिश्चित की।
इस महत्वपूर्ण आयोजन में समाजसेवी और विचारक आदित्य तिक्कू की उपस्थिति से समिट को एक नया आयाम मिला। उन्होंने न केवल राज्य सरकार की सराहना की, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व की प्रशंसा की और कहा, "मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने छोटे से कार्यकाल में राजस्थान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने का उत्कृष्ट कार्य किया है। इस समिट के माध्यम से राजस्थान की प्रगति और इसकी संभावनाओं को समझा जा सकता है। देश-विदेश से निवेशकों की भागीदारी राज्य की संभावनाओं का सशक्त प्रमाण है।"
आदित्य तिक्कू ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "बांग्लादेश के लोगों ने 1947 में एक इस्लामिक देश चुना था। आज वहां जो हो रहा है, वह दुखद है, लेकिन हमें भावनाओं से परे वास्तविकता को स्वीकार करना होगा। हमें हिंदुओं के प्रति हो रहे अत्याचारों पर ध्यान देना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके लिए न्याय सुनिश्चित करने के उपाय करने चाहिए।" उनका मानना है कि इस तरह की हिंसा को धार्मिक भेदभाव के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है, जिसे हमें रोकना चाहिए।
संभल में हुई हिंसा पर भी तिक्कूजी ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह घटना सांप्रदायिक दंगा नहीं थी, बल्कि एक हिंसात्मक घटना थी। हमें समाज को इस तरह की घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है। हमें एकजुट होकर इसके समाधान के लिए काम करना चाहिए।"
समिट ने राजस्थान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने का काम किया है। आदित्य तिक्कू ने जहां राज्य के विकास के प्रयासों की सराहना की, वहीं उन्होंने समिट में अपने विचारों और दृष्टिकोण से उसे और प्रभावशाली बना दिया। उनका मानना है कि इस तरह के आयोजनों से न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव होंगे।
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट ने राजस्थान की दिशा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक प्रभावी मंच साबित किया है। इसमें भाग लेकर समाजसेवी और विचारक आदित्य तिक्कू ने राज्य की प्रगति के प्रति अपने विश्वास को और अधिक मजबूत किया। उनके विचार और सुझाव समिट की सफलता में प्रेरणादायक रहे हैं। राजस्थान के विकास को नई दिशा देने के लिए इस प्रकार की समिट महत्वपूर्ण हैं, जो राज्य के भीतर और बाहर इसके महत्व को और अधिक स्पष्ट करती हैं।
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